कौन है आईपीएस मृदुल कच्छावा,संभाली नागौर के नए एसपी की कमान,झुंझुनू,करौली,धोलपुर,भरतपुर एसपी रहते हुए अपराधियों पर की प्रभावी कार्यवाही, निष्पक्ष, निडर ईमानदार छवि वाले जनता के चहेते अफसर माने जाते है आईपीएस कच्छावा..
Jaipur : मृदुल कच्छावा का जन्म 30 अगस्त 1989 को राजस्थान के बीकानेर में मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ. इनकी प्रारंभिक शिक्षा बीकानेर से पूरी हुई फिर बाद में इनका परिवार जयपुर आकर रहने लग गया. मृदुल ने सीनियर सैकण्डरी केंद्रीय विद्यालय जयपुर से उत्तीण की इसके बाद कॉमर्स कॉलेज जयपुर से बीकॉम की डिग्री प्राप्त की. पढाई में अधिक रूचि होने के कारण इन्होने राजस्थान यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल बिज़नस में मास्टर डिग्री ली. मृदुल यही तक नही रुके मास्टर डिग्री लेने के बाद जयपुर से ही चार्टर्ड अकाउंटेंट और कम्पनी सेक्रेटी की पढ़ाई की. इनके पिताजी भी सरकारी अधिकारी थे. जो अभी सेवानिवृत्त है. इनकी पत्नी का नाम कनिका सिंह है जो सीनियर आईपीएस अधिकारी पीके सिंह की बेटी है।
मृदुल की चार्टर्ड अकाउंटेंट और कम्पनी सेक्रेटी की की पढाई पूरी हो जाने के बाद इन्होने सोचा अब क्या किया जाये तो ये मुंबई चले गए वहा पर जर्मन की एक बैंक में जॉब करने लगे. मृदुल का सपना तो सेना में अधिकारी बनने का था लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंज़ूर था. उन्होंने बैंक से इस्तीफा देकर एनडीए परीक्षा की तैयारी में जुट गए, दो बार प्रयास किया लेकिन नाकाम रहे फिर उन्होंने पुलिस ऑफिसर बनने की राह चुनी और यूपीएससी की तैयारी करने के लिए दिल्ली चले गए और वहा पर 3 साल तक संघर्ष किया. साल 2014 में मृदुल का चयन भारतीय डाक सेवा (IPos) में हो गया लेकिन इनको यह नौकरी पसंद नही आई और फिर से तैयारी में लग गए क्यों कि इनका सपना तो आईपीएस अधिकारी बनने का था. कड़ी मेहनत के बाद साल 2015 में 216 रैंक प्राप्त करके आईपीएस में चयन हो गया.
आईपीएस (IPS ) ज्वाइनिंग के बाद उनकी पहली पोस्टिंग राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में जनवरी 2017 से जून 2017 तक प्रोवेशनल सहायक पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में हुई। इसके बाद 2018 में गंगानगर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) के पद पर रहे, जनवरी 2019 में 6 महीने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) अजमेर में एसपी (SP) के पद पर रहे इसके बाद मृदुल कच्छावा को पहला धोलपुर जिला मिला जहां पर उन्होंने कुख्यात अपराधियों का जड़ से सफाया किया. इसके बाद जुलाई 2020 से जनवरी 2022 तक मृदुल ने करौली पुलिस अधीक्षक पर सेवाएं दी. जनवरी 2022 में मृदुल कच्छावा ने पुलिस उपायुक्त (DCP), दक्षिण जयपुर पद पर कार्यरत थे। 04 जुलाई 2022 को इनका ट्रांसफर झुंझुनूं कर दिया गया, यहाँ पर झुंझुनूं जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में कार्यरत है।
झुंझुनूं में 11 माह तक पुलिस अधीक्षक के पद पर सेवा देने के बाद 2 जुलाई 2023 को नई जिम्मेदारी के साथ उनका भरतपुर तबादला कर दिया गया. राजस्थान सरकार के कार्मिक विभाग ने 30 आईपीएस ऑफिसर्स का ट्रांसफर किया है।
सिविल सेवा परीक्षा 2015 में मृदुल कच्छावा ने 216वां स्थान प्राप्त किया था। उस समय मृदुल सिर्फ 24 साल की उम्र में ही IPS ऑफिसर बन गये थे। इन्होने कड़ी मेहनत और लग्न से ये मुकाम इतनी कम आयु में हासिल कर लिया था. इस मुकाम को पाने के लिए आज भी लोग सपना देखते है.
धौलपुर एसपी – जब मृदुल कच्छावा को एसपी पहली पोस्टिंग धौलपुर मिली, धौलपुर एक डकैतों का इलाका माना जाता है जहा चंबल बीहड़ों में गुंडई राज है. जहा आज भी डकैतों का डर रहता है. लेकिन मृदुल ने अपनी टीम के साथ सिर्फ 11 महीनो में 44 नामी डकैतों और 12 कुख्यात अपराधियों को जेल पहुंचाया इनमें डकैत जगन गुर्जर का छोटा भाई पप्पू गुर्जर, डकैत लाल सिंह गुर्जर, डकैत रामविलास गुर्जर, डकैत भारत गुर्जर, डकैत रामविलास गुर्जर एवं डकैत रघुराज गुर्जर जैसे खूंखार डकैत शामिल थे। इतना ही नही लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरो में थे जब इस युवा आईपीएस ने चंबल के बीहड़ में उतरकर डकैतों का सफाया किया इनके साथ टीम में पुलिस निरीक्षक, साइबर सेल, डीएसटी टीम, आरएसी टीम और कई कांस्टेबल थे. चंबल के बीहड़ों की कहावत है एक मरे दो जावे, जाको वंश डूब ना पावे‘. सालों से चंबल के बीहड़ को डकैतों की शरण स्थली माना जाता रहा है. जहा पर चंबल के बीहड़ों में डकैतों की बंदूक कभी भी शांत नहीं रही.
करौली एसपी – करौली जिले में पुलिस अधीक्षक पद पर होने के बाद मृदुल कच्छावा ने ऑपरेशन क्लीन स्वीप अभियान के तहत स्मैक सप्लायरों का खात्मा किया और बढ़ती अवैध हथियार, चोरी, दुष्कर्म, लूट, हत्या जैसे मामलों पर पाबन्दी लगाई.
भरतपुर एसपी रहते हुए भी मृदुल कच्छावा ने प्रभावी ढंग से अपराधियों पर नकेल कसने मे कोई कसर नही छोड़ी, उन्होंने खनन माफियाओं, नशा तस्करों, सट्टे की कार्यवाही मे अपराधियों को जेल का रास्ता दिखाया,भरतपुर मे मृदुल कच्छावा जनता के बहुत प्रिय बन गए थे, यहाँ तक की उनके स्टाफ और जुड़े अधिकारी भी उनको बहुत चाहने लग गए थे, इसी तरह मृदुल कच्छावा भी अपनी भरतपुर से विदाई वाले दिन काफी भावुक हो गए थे..
मृदुल कच्छावा को डीजीपी डिस्क अवार्ड से नवाजा गया
12 अक्टूबर 2022 को राजस्थान के पूर्व पुलिस महानिदेशक मोहन लाल लाठर द्वारा डीजीपी कमेंडेशन डिस्क से सम्मानित किया गया।
मृदुल को घुड़सवारी करना बेहद पसंद है. इसके अलावा बास्केटबॉल खेलना, पक्षियों और जानवरों की फोटो क्लिक करना (Wildlife Photography) और डॉग्स रखना आदि पसंद है..
-SWAPNIL KHANDELWAL, EDITOR IN CHIEF, NAVDHA TIMES JAIPUR
