एसीबी ने राजस्थान के वरिष्ठ IAS ऑफिसर कुंजीलाल मीणा को 12 लाख के रिश्वत केस में दी क्लीन चिट, जानें पूरा मामला ?

एसीबी ने राजस्थान के वरिष्ठ IAS ऑफिसर कुंजीलाल मीणा को 12 लाख के रिश्वत केस में दी क्लीन चिट, जानें पूरा मामला ?
नवधा टाइम्स जयपुर : एसीबी ने करीब डेढ़ साल पुराने बहुचर्चित 12 लाख रुपये के रिश्वत केस में प्रदेश के वरिष्ठ आईएएस ऑफिसर कुंजीलाल मीणा को क्लीन चिट दे ही है. केस के जांच अधिकारी ने कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में माना है मीणा का इस केस से कोई लेना देना नहीं है. जानें क्या है पूरा मामला.
एसीबी ने डेढ़ साल पहले किया था दलाल गौरव जैन को ट्रैप
एसीबी जयपुर की स्पेशल यूनिट ने शिकायत का सत्यापन किया. उसमें दलाल गौरव जैन ने यूडीएच के तत्कालीन प्रमुख सचिव सहित अन्य अफसरों के नाम लिए थे. 8 मई 2023 को एसीबी की जयपुर से उदयपुर पहुंची. टीम ने गौरव जैन को 12 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया था. दलाल गौरव जैन के ट्रैप होने के बाद एसीबी ने एक एफआईआर दर्ज की. उसमें यूडीएच के तत्कालीन प्रमुख सचिव कुंजीलाल मीणा, संयुक्त सचिव मनीष गोयल और सहायक अनुभाग अधिकारी हरिमोहन मीणा को भी आरोपी मानते हुए रिश्वत केस में नामजद किया था. लेकिन डेढ़ साल बाद एसीबी ने जब कोर्ट में चार्जशीट फाइल की तो उसमें माना कि तीनों ही अधिकारियों का इस रिश्वत केस में कोई हाथ नहीं है.
इसलिए बच गए सीनियर आईएएस और अन्य दोनों अफसर
एसीबी ने चार्जशीट में बताया है कि दलाल गौरव जैन ने जब परिवादी से 12 लाख रुपये की रिश्वत की डिमांड की थी उससे पहले ही यूडीएच के तत्कालीन संयुक्त सचिव मनीष गोयल ने भूरुपांतरण के लिए आई फाइल को आगे बढ़ा दिया था. रिश्वत की मांग का सत्यापन 10 अप्रेल को किया गया था. जबकि मनीष गोयल इस फाइल को 23 मार्च को ही अपनी टिप्पणी के साथ आगे बढ़ा चुके थे. वहीं परिवादी ने बताया था कि वह अपने काम के लिए कई बार सचिवालय गया था. जबकि एसीबी की जांच में परिवादी के सिर्फ दो बार ही सचिवालय जाने की पुष्टि हुई है. दूसरी तरफ रिश्वत लेते पकड़े गए दलाल गौरव जैन ने पूछताछ में किसी भी अधिकारी का नाम नहीं लिया. इस वजह से जांच ऑफिसर ने आईएएस कुंजीलाल मीणा, संयुक्त सचिव मनीष गोयल व अनुभागाधिकारी हरिमोहन मीणा पर लगे रिश्वत मांगने के आरोप सही नहीं माने.
रिपोर्ट: स्वप्निल खंडेलवाल, चेयरमैन एंड मैनेजिंग डाइरेक्टर, नवधा टाइम्स, जयपुर (पत्रकारिता क्षेत्र मे 12 वर्षों से अधिक अनुभव)