राजकोष गबन और फर्जी पट्टे के मामले में पूर्व चेयरमैन गिरफ्तार
टोडारायसिंह।
नगरपालिका टोडारायसिंह में फर्जी आवासीय पट्टा जारी कर राजकोषीय गबन और धोखाधड़ी के मामले ने कस्बे की राजनीति में हलचल मचा दी है। पुलिस ने इस प्रकरण में नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन सत्यनारायण सैनी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
थानाधिकारी दिनेश कुमावत ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सहायक उपनिरीक्षक रामनारायण गुर्जर ने यह कार्रवाई की। आरोप है कि अपने चेयरमैन कार्यकाल के दौरान सैनी ने नगरपालिका की आबादी भूमि को खुर्द-बुर्द कर, फर्जी दस्तावेजों के सहारे आवासीय पट्टा जारी किया और लगभग 7.48 लाख रुपये का गबन किया।
इस मामले में तत्कालीन तहसीलदार एवं कार्यवाहक ईओ धर्मेन्द्र मीणा और ठेकाकर्मी नन्दराम वर्मा को भी आरोपी बनाया गया है। जांच में सामने आया कि तीनों ने मिलीभगत कर 17 मार्च 2023 को पट्टा क्रमांक 4469 के अंतर्गत 750 वर्गगज भूमि का आवासीय पट्टा वार्ड 16, रेगरों का मोहल्ला निवासी नन्दराम वर्मा के नाम फ्री-होल्ड जारी करवा लिया।
वित्तीय वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक की ऑडिट जांच में यह गड़बड़ी उजागर हुई। अंकेक्षण दल ने पाया कि बिना स्वामित्व दस्तावेजों के फर्जी तरीके से पट्टा जारी कर नगरपालिका को ₹7,48,633 का नुकसान पहुंचाया गया। जांच दल ने इस मामले को गंभीर मानते हुए उत्तरदायी पदाधिकारियों के विरुद्ध आपराधिक मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए थे।
वर्तमान कार्यवाहक ईओ एवं तहसीलदार राहुल पारीक ने इस आधार पर पूर्व ईओ धर्मेन्द्र मीणा, तत्कालीन चेयरमैन सत्यनारायण सैनी और ठेकाकर्मी नन्दराम वर्मा के खिलाफ टोडारायसिंह थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
जानकारी के अनुसार, सैनी के कार्यकाल में अन्य आवासीय पट्टों में भी अनियमितताओं की आशंका जताई जा रही है। संबंधित पत्रावलियां जांच के घेरे में हैं और इन मामलों में भी अलग-अलग मुकदमे दर्ज हो सकते हैं।
