मार्केट इंटेलिजेंस को अपनाने की अत्यंत आवश्यकता- शासन सचिव,राजन विशाल
जमीनी हकीकत जानने के लिए सरकार का प्रयास सराहनीय- कुलगुरु प्रो अखिल रंजन गर्ग
शासन सचिव, कृषि, आई ए एस राजन विशाल ने किया कृषि विश्वविद्यालय का दौरा
जोधपुर। जब तक उन्नत व आधुनिक कृषि तकनीकें किसानों के खेत तक नहीं पहुंचेगी और किसान इस से लाभान्वित नहीं होंगे तब तक कृषि वैज्ञानिकों के नए अनुसंधान एवं कृषि अभियांत्रिकी की तकनीकों का कोई फायदा नहीं होगा।
यह बात शासन सचिव, कृषि, राजस्थान, आईएएस राजन विशाल ने बुधवार को कृषि विश्वविद्यालय में भ्रमण के दौरान कही। इस दौरान कृषि आयुक्त, आईएएस चिनमयी गोपाल व विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलगुरु प्रो अखिल रंजन गर्ग व कुलसचिव आरएएस निशु कुमार अग्निहोत्री भी मौजूद रहे। भ्रमण के दौरान राजन विशाल ने कहा कि नयी कृषि तकनीक ईजाद की सफलता तब है जब वो किसानों की आय बढ़ाने में कारगर हो।
उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि विभिन्न उत्पादकों के साथ टाइप अप कर विश्वविद्यालय में बनाए गए कृषि यंत्रों को रेप्लिकेट किया जाए, फिर किसान को उपलब्ध करवाए। आय को बढ़ाने के लिए मार्केट इंटेलिजेंस को अपनाने के साथ साथ कृषि वैज्ञानिकों को पेटेंट को बढ़ाने का सुझाव भी उन्होंने दिया।
किसानों से लेवें सुझाव
मौके पर चिनमयी गोपाल ने कहा कि किसानों के पास तकनीक पहुंचने के बाद ही उसके उपयोग की ज़मीनी हकीकत पता चलती है। उन्होंने किसानों से सुझाव लेकर मशीनों के इम्प्रूव वर्जन बनाने की बात कही। कुलगुरु प्रोफेसर गर्ग ने जमीनी हकीकत जानने के लिए किए गए भ्रमण को सराहनीय बताते हुए कहा कि प्रमुख शासन सचिव की ओर से कृषक हित में दिए गए सुझावों को अमलीजामा पहनाने के लिए बेहतरीन प्रयास विश्वविद्यालय की ओर से किए जाएंगे।
कृषि वैज्ञानिकों ने दिए प्रेजेंटेशन
इस दौरान विश्वविद्यालय के अधिकारियों व विभिन्न निदेशकों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से विश्वविद्यालय के क्षेत्राधिकार, अनुसंधान, विश्वविद्यालय में संचालित कोर्स, विश्वविद्यालय की ओर से विकसित की गई विभिन्न फसलों की किस्में, विभिन्न अनुसंधान प्रोजेक्ट्स, एम ओ यू, प्लेसमेंट सहित अन्य गतिविधियों की जानकारी उपलब्ध करवाई। डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय का दौरा भी इस दौरान विशेष रूप से किया गया। भ्रमण के दौरान अतिथियों ने विश्वविद्यालय की ओर से लगाई गई विशेष प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया साथ ही आवश्यक सुझाव भी इस मौके पर उन्होंने दिए। इस दौरान विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, निदेशक गण एवं अन्य सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे
