मुख्य सचिव ने आरआरजीआईएस-24 में हुए एमओयू के धरातल पर प्रगति की समीक्षा की
जयपुर। मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट- 2024 (आरआरजीआईएस-24) के दौरान किए गए विभिन्न एमओयू की प्रगति की समीक्षा हेतु शुक्रवार को उच्च-स्तरीय बैठक ली।
मुख्य सचिव ने बैठक में उन्होंने बताया कि ₹7 लाख करोड़ मूल्य के एमओयू पहले ही धरातल पर उतारे जा चुके हैं जो की राजस्थान के मज़बूत व्यवसायिक वातावरण और निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है। मुख्य सचिव वी श्रीनिवास ने कहा, “निवेशकों के साथ नियमित संवाद, सक्रिय भागीदारी और पारदर्शी प्रक्रियाएँ एमओयू लागू करने में गति लाने के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। विभागों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे लंबित मामलों का प्राथमिकता से समाधान करें और परियोजनाओं की शीघ्र शुरुआत सुनिश्चित करें।
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि एमओयू लागू करने और परियोजनाओं की शुरुआत में शामिल प्रक्रियाओं की उनकी गहरी समझ राज्य के लिए संरचित निगरानी और समयबद्ध क्रियान्वयन को और मज़बूत बनाती है।
आगे की दिशा तय करते हुए मुख्य सचिव ने विभागों से कहा कि वे गति बनाए रखें और मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा द्वारा निर्धारित लक्ष्य के एमओयू ज़मीन पर उतारने का माइलस्टोन हासिल करें। उन्होंने ज़ोर दिया कि समय पर सुविधा, विभागों का सामूहिक प्रयास और निवेशकों की चिंताओं का त्वरित समाधान राजस्थान के सतत औद्योगिक विकास और बड़े पैमाने पर रोज़गार सृजन के विज़न को साकार करेगा।
बैठक में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव कुलदीप रांका, उद्योग एवं वाणिज्य के प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता, ऊर्जा के प्रमुख सचिव अजिताभ शर्मा, राजस्व के प्रमुख सचिव दिनेश कुमार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़, खान एवं पेट्रोलियम के प्रमुख सचिव टी. रविकांत व आयुष विभाग के प्रमुख सचिव सुबीर कुमार, ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टमेंट एंड प्रमोशन के आयुक्त सुरेश कुमार ओला सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे
