जैसलमेर बस हादसा : एक और घायल बच्चे की मौत, हादसे में मरने वालों की संख्या 21 हुई, CM ने की घायलों से मुलाकात
जयपुर/जैसलमेर । राजस्थान के जैसलमेर में मंगलवार को एक बस में आग लगने की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। आर्मी स्टेशन के पास जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर चलती बस में अचानक भड़की आग ने 21 यात्रियों की जान ले ली। यह भयावह दुर्घटना मंगलवार 14 अप्रैल की दोपहर जैसलमेर में हुई, जिसने पूरे राज्य को स्तब्ध कर दिया. हादसे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मौके पर मारे गए 19 मृतकों के शव इस कदर जल चुके हैं कि उनकी पहचान अब केवल डीएनए जांच के जरिए ही संभव है। हादसे की जानकारी मिलते ही, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री देर रात चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर, राज्यमंत्री केके बिश्नोई और शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी के साथ विशेष विमान से जैसलमेर से जोधपुर पहुंचे. उन्होंने महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती गंभीर रूप से घायल 15 यात्रियों से मुलाकात की, जिनका बर्न यूनिट में इलाज चल रहा है. दुर्भाग्यपूर्ण यह रहा कि घायलों में से एक ने अस्पताल लाते समय दम तोड़ दिया था. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन सहित कई नेताओं ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया। जिला प्रशासन ने राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और डीएनए जांच के जरिए मृतकों की पहचान की प्रक्रिया चल रही है।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने एक्स पोस्ट में लिखा, “जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर बस में आग लगने से हुई जनहानि अत्यंत हृदय विदारक है। इस हादसे में अपनों को खोने वाले परिजनों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें, तथा अधिक से अधिक यात्रियों की रक्षा करें।”
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने भी हादसे पर दुख जताया। उपराष्ट्रपति कार्यालय ने एक्स पोस्ट में लिखा, “राजस्थान के जैसलमेर में बस में आग लगने की दुखद घटना में हुई जान-माल की हानि से अत्यंत दुखी हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”
हादसे पर पोकरण विधायक महंत प्रताप पुरी ने भी दुख जताया। उन्होंने इस घटना को हृदय विदारक और दुखद बताते हुए कहा कि इस हादसे ने पूरे देश और प्रदेश को व्यथित कर दिया है। जब उन्हें इस घटना की जानकारी मिली तो वे भी स्तब्ध रह गए। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जिला प्रशासन से राहत-बचाव कार्य की जानकारी ली। इस दर्दनाक हादसे में मौके पर ही 19 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि एक गंभीर रूप से घायल यात्री को जोधपुर रेफर किया गया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
उन्होंने आगे कहा कि मृतकों के शव बुरी तरह जल चुके हैं, जिसके कारण पहचान करना मुश्किल हो रहा है। प्रशासन ने डीएनए जांच के जरिए शवों की पहचान कराने की प्रक्रिया शुरू की है। इस त्रासदी से परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है और पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। प्रारंभिक जांच में हादसे का कारण शॉर्ट सर्किट सामने आया है, हालांकि विस्तृत जांच के बाद ही वास्तविक कारणों का खुलासा होगा। जिला प्रशासन और राहत दलों की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मौके पर पहुंचकर दमकल विभाग ने आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी भयानक थी कि पूरी बस कुछ ही मिनटों में राख हो गई।
उपमुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने जैसलमेर से जोधपुर जा रही बस में आग लगने की घटना पर कहा, “यह बहुत दुखद घटना है, इसमें 20 लोगों की मौत हो गई है। हमारी सरकार उनके साथ है। मुख्यमंत्री उस घटनास्थल पर गए और घायलों के इलाज के निर्देश दिए। यह बहुत दुखद घटना है… गाड़ी नई थी, इसकी फिटनेस 30 सितंबर 2027 तक है। गाड़ी में क्या तकनीकी खराबी थी, इसकी पूरी जांच टीम कर रही है। सरकार और हमारा विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त कार्रवाई करेगा कि ऐसी घटना दोबारा न हो।
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। जैसलमेर के कलेक्टर प्रताप सिंह नाथावत और एसपी अभिषेक शिवहरे ने घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और राहत कार्यों की निगरानी की। जैसलमेर प्रशासन और पुलिस इस घटना की गहन जांच में जुट गए हैं। घायलों के उपचार और प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए त्वरित कदम उठाए जा रहे हैं।
