खाने के बाद करें ये तीन योगासन, नींद और पाचन दोनों में होगा सुधार
नई दिल्ली। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव और चिंता जैसी समस्याएं आम हो गई हैं, जिससे नींद न आना, सोते समय बेचैनी, मन का भटकना और आराम की कमी आदि ये परेशानियां अब आम हो गई हैं। इससे राहत पाने के लिए कई लोग महंगे इलाज और दवाइयों का सहारा लेते हैं, लेकिन तब भी कोई असर नहीं होता। आयुष मंत्रालय के अनुसार, योगासन ऐसी प्राकृतिक विधि है जो इन समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकती है। खास बात यह है कि योग के कुछ आसान आसन आपको न केवल गहरी नींद देंगे, बल्कि दिनभर के तनाव को भी कम करेंगे। वज्रासन: यह आसन खाने के बाद भी किया जा सकता है। इससे शरीर के रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे पाचन तंत्र को मदद मिलती है। जब पाचन ठीक रहता है तो एसिडिटी, कब्ज जैसी समस्याएं कम होती हैं, जो अक्सर नींद की बाधा बन जाती हैं। खाने के बाद अगर आप पांच से दस मिनट तक वज्रासन में बैठें तो पेट को आराम मिलता है और आपको नींद भी जल्दी आती है। वज्रासन में बैठने का तरीका सरल है: घुटनों के बल बैठें, पैर की उंगलियां एक-दूसरे को छूती रहें और एड़ियां अलग रखें। शरीर को सीधा रखते हुए आंखें बंद करें और सांस पर ध्यान दें। यह आसन पीठ के निचले हिस्से के दर्द को भी कम करता है, जो लंबे समय तक बैठे रहने के कारण होता है। इससे नींद की गुणवत्ता बढ़ती है और मन भी शांत होता है। यष्टिकासन: यह शरीर और मन दोनों को आराम देने वाला योगासन है। यह रीढ़ की हड्डी को खिंचाव देता है और पीठ दर्द को कम करता है। तनाव और मांसपेशियों की जकड़न को दूर करके यह आसन बेचैनी को खत्म करता है, जिससे सोते समय मन शांत रहता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेट जाएं, पैरों को फैलाएं और हाथों को शरीर के बगल में रखें। फिर हाथों को धीरे-धीरे सिर के ऊपर जमीन पर फैलाएं। इस खिंचाव की स्थिति को छह सेकंड तक रखें और फिर आराम दें। इसे चार-पांच बार दोहराएं। यह स्ट्रेच मांसपेशियों को रिलेक्स करता है और नींद के लिए मन को पूरी तरह तैयार करता है।
भद्रासन: यह योगासन मन को शांति देने में बेहद मददगार है। इस आसन में आप अपने दोनों पैरों को घुटनों से मोड़कर तलवों से मिला लें और घुटनों को धीरे-धीरे फर्श की ओर दबाते रहें। हाथों को पेट पर रखकर आराम से सांस लें। यह आसन न केवल निचले हिस्से में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, बल्कि जांघ की मांसपेशियों को भी खिंचाव देता है। इस खिंचाव से बेचैनी दूर होती है और मन स्थिर हो जाता है, जो नींद के लिए अत्यंत आवश्यक है।
