बारां में एसीबी की कार्रवाई : सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज
बारां। राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड, खंड बारां के दो अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी कोटा की टीम ने सहायक अभियंता अंकित शर्मा और कनिष्ठ अभियंता रविकांत मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का प्रकरण दर्ज किया है। सूत्रों के मुताबिक 20 अगस्त 2025 को एसीबी कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार को एक गोपनीय सूचना मिली थी कि अंकित शर्मा, जो कि कृषि विपणन बोर्ड के अधिशाषी अभियंता कार्यालय, खंड बारां में सहायक अभियंता के पद पर कार्यरत हैं, विभागीय निर्माण कार्यों से जुड़े ठेकेदारों से अवैध सुविधा शुल्क लेते हैं। सूचना में बताया गया था कि वे यह राशि अपने वाहन से मांगरोल की ओर से बारां स्थित निवास पर लेकर आते हैं। सूचना के सत्यापन के बाद एसीबी ने कार्रवाई की योजना बनाई।
28 अगस्त 2025 को उप पुलिस अधीक्षक अनीस अहमद के नेतृत्व में एसीबी चौकी कोटा की टीम ने अंकित शर्मा और कनिष्ठ अभियंता रविकांत मीणा की आकस्मिक जांच (सडन चेकिंग) की। इस दौरान दोनों अधिकारियों के पास से ₹1,40,000 नकद बरामद किए गए।
पूछताछ के दौरान अधिकारी इन पैसों का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके, जिसके बाद एसीबी ने रकम को संदिग्ध मानते हुए जब्त कर लिया।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज
प्रारंभिक जांच के बाद दोनों अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर संख्या 262/2025 दर्ज की गई है। मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1)(B), 13(2) और 12 के तहत दर्ज हुआ है।
इस प्रकरण की आगे की जांच का जिम्मा एसीबी कोटा की स्पेशल यूनिट के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकुल शर्मा को सौंपा गया है।
एसीबी का सख्त रुख
एसीबी सूत्रों के अनुसार, विभाग अब आरोपियों की चल-अचल संपत्तियों की जांच भी करेगा। प्राथमिक जांच में संकेत मिले हैं कि आरोपियों ने अपने आधिकारिक स्रोतों से कहीं अधिक संपत्ति अर्जित की हो सकती है।
एसीबी का कहना है कि राज्य में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। हाल के महीनों में एसीबी कोटा और अन्य जिलों में भी इस तरह की कई कार्रवाई की गई हैं
