अफगान विदेश मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस से महिला पत्रकारों को बाहर रखने पर राजस्थान पत्रकार परिषद ने की कड़ी निंदा
जयपुर। राजस्थान पत्रकार परिषद (RAJPP) ने हाल ही में नई दिल्ली में अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस से महिला पत्रकारों को बाहर रखे जाने की कड़ी निंदा की है। पत्रकार परिषद ने इस घटना को ‘भयावह’ और भारत के संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ बताया है। पत्रकार परिषद के प्रदेशाध्यक्ष रोहित कुमार सोनी और महासचिव रमेश यादव ने शनिवार को जारी एक बयान में अफगान मंत्री की इस कार्रवाई पर गंभीर चिंता व्यक्त की। परिषद ने कहाकि यह घटना तालिबान के गहरे पितृसत्तात्मक मूल्यों की एक कड़ी याद दिलाती है। बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि भारतीय धरती पर इस तरह की भेदभावपूर्ण प्रथाओं की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, जहां हमारा संविधान पुरुषों और महिलाओं को समान अधिकारों की गारंटी देता है। राजस्थान पत्रकार परिषद का मानना है कि इस घटना ने न केवल महिला पत्रकारों की गरिमा को कम किया है, बल्कि लैंगिक समानता और प्रेस की स्वतंत्रता के प्रति भारत की प्रतिबद्धता से भी समझौता किया है। पत्रकार परिषद ने भारत सरकार से इस तरह के स्पष्ट लिंगवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने की मांग की है। पत्रकार परिषद ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि राजनयिक सेटिंग्स में भी महिलाओं के अधिकारों का सम्मान और संरक्षण किया जाए।
राजस्थान पत्रकार परिषद ने विशेष रूप से चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि तालिबान की भेदभावपूर्ण नीतियों को भारतीय धरती पर जगह दी गई, इसलिए भारत सरकार के लिए इस मामले पर अपनी स्थिति स्पष्ट करना आवश्यक है। परिषद ने कहा कि एक ऐसे राष्ट्र के रूप में जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र होने पर गर्व करता है, हमें समानता और न्याय के अपने मूल्यों को बनाए रखना चाहिए।
