पूर्व आईएएस रामावतार मीणा ने दृष्टांत संस्था की स्थापना की, संस्था की स्थापना के उदेश्य के बारे मे जाने-
जयपुर । पूर्व आईएएस रामावतार मीणा अब नई भूमिका में आ गए है । नवरात्र स्थापना के पहले दिन उन्होंने दृष्टांत नाम से संस्था की स्थापना की है । इस संस्था का मुख्य उद्देश्य प्राचीन भारतीय संस्कृति का संरक्षण, विस्तार और विकास करना है । साथ ही प्राचीन एवं अर्वाचीन संस्कृति, सभ्यता पर विचार-मंथन करना है ।
मीणा ने बताया कि संस्था का उदेश्य आधुनिक शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं वैज्ञानिक सोच का प्रचार एवं प्रसार करना भी रहेगा । इसके अलावा भारतीय जीवन पद्धति, भारतीय मूल्यों का युवाओं में प्रचार-प्रसार करना भी रहेगा । संस्था शिक्षा विशेषकर बालिका शिक्षा के क्षेत्र में भी कार्य करेगी । वहीं अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए संस्था महिलाओं, दिव्यांगों, बच्चों और वृद्धजनों और बेसहारा लोगों के लिए भी कार्य करेगी ।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा संवैधानिक मूल्यों का प्रचार-प्रसार करना, विशेषकर मौलिक अधिकार और मूल कर्तव्यों का आमजन में विस्तार किया जाएगा । साथ ही ग्रामीण विकास के लिए कार्य करना, गरीबों के उत्थान के लिए कार्य करेगा भी मुख्य रहेगा । पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ संस्था सरकारी योजनाओं का भी प्रचार प्रसार करेगी । वहीं भारतीय धर्म, दर्शन, अध्यात्म पर भी विचार-मंथन होगा ।
पूर्व आईएएस रामावतार मीणा ने बताया कि इन उद्देश्यों की पूर्ति के लिए विचार गोष्ठी, सम्मेलन, प्रकाशन, साहित्यक कार्य किया जाएगा ।
पूर्व आईएएस रामावतार मीणा के बारे में ।
रामावतार मीणा का जन्म 6 अगस्त 1965 को गांव जीवली, गंगापुरसिटी (जिला सवाई माधोपुर) में हुआ। एक साधारण ग्रामीण परिवेश से निकलकर उन्होंने शिक्षा को अपना हथियार बनाया और राजनीति विज्ञान में ऑनर्स, एम.ए., एमफिल जैसी उच्च उपलब्धियां हासिल कीं। इसके अलावा लोक प्रशासन और पत्रकारिता में भी उन्होंने गहन अध्ययन किया।
वर्ष 1996 में वे राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में आए और विभिन्न ज़िम्मेदार पदों पर रहते हुए ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल कल्याण, सामाजिक न्याय जैसे विभागों में अपनी अलग पहचान बनाई।
वर्ष 2021 में उन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में पदोन्नति मिली। इसके बाद उन्होंने अनुसूचित जाति विकास निगम के प्रबंध निदेशक, आईसीडीएस निदेशक, जेसीटीएसएल के प्रबंध निदेशक, झुंझुनू जिला कलेक्टर और अंततः आयुक्त, विभागीय जांच जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया।
