पूर्व सीएम अशोक गहलोत का आरोप : क्या भारतीय चुनाव आयोग को नॉर्थ कोरिया, रूस और चीन जैसा बनाने की कोशिश?
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार और चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली भारत को उन देशों की तरह बना रही है, जहां एक ही पार्टी का वर्चस्व होता है, जैसे नॉर्थ कोरिया, चीन और रूस।
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने “#VoteChori” के सबूत जनता के सामने रखकर वोटर लिस्ट में हो रही कथित गड़बड़ियों का खुलासा किया है। “देश को उन सबूतों पर भरोसा है। चुनाव आयोग द्वारा शपथ पत्र की मांग करना बेतुका है और यह केवल अपनी साख बचाने का प्रयास लगता है,” उन्होंने आरोप लगाया।
उन्होंने 2018 में मुख्य चुनाव आयुक्त रहे ओ.पी. रावत का हवाला देते हुए कहा, “रावत ने स्वीकार किया था कि उनके कार्यकाल में यदि कोई वरिष्ठ नेता आरोप लगाता था तो चुनाव आयोग स्वतः जांच करता और जनता के सामने तथ्य रखता, ताकि भरोसा बना रहे।”
गहलोत ने सवाल उठाया कि अतीत में अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और नरेंद्र मोदी समेत कई विपक्षी नेताओं ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाए थे। “क्या तब उनसे भी शपथ पत्र मांगा गया था?” उन्होंने पूछा।
उन्होंने तर्क दिया कि यदि राहुल गांधी के बजाय कोई खोजी पत्रकार या मीडिया संस्थान इस तरह का खुलासा करता, तो क्या आयोग निष्पक्ष जांच करता या उनसे भी शपथ पत्र की मांग करता?
अंत में, गहलोत ने चेतावनी दी कि “नॉर्थ कोरिया, चीन और रूस में भी चुनाव आयोग औपचारिक रूप से चुनाव कराता है, लेकिन सबको पता है कि वहां चुनाव कैसे होते हैं। क्या भारत में भी वैसा ही मॉडल लागू करने की तैयारी हो रही है?”
